निजी परेशानियों ने बड़े पर्दे से रखा दूर: अक्षय

अक्षय खन्ना ढिशूम से सिल्वर स्क्रीन पर लौट रहे हैं। उनकी आख़िरी फ़िल्म 1997 में रिलीज़ हुई थी। अक्षय को इतना वक़्त क्यों लगा, और वापसी के लिए ढिशूम को ही क्यों चुना? 

मुंबई: चार साल के लम्बे ब्रेक के बाद अक्षय खन्ना बड़े पर्दे पर लौट रहे हैं। रोहित धवन निर्देशित फ़िल्म ‘ढिशूम’ में अक्षय मुख्य विलेन के रोल में नज़र आएंगे। हाल ही में फ़िल्म की एक प्रोमोशनल इवेंट में अक्षय ने अपनी वापसी के बारे में कहा- “कुछ व्यक्तिगत समस्याओं को हल करना था। इस फ़िल्म और कुछ दूसरी फ़िल्मों के साथ इस साल वापस आने पर मैं रोमांचित महसूस कर रहा हूं।”

जब अक्षय से पूछा गया, कि ‘ढिशूम’ से वापसी के पीछे कोई ख़ास वजह है, तो उन्होंने कहा- “मुझे लगता है कि इस फ़िल्म की ये लाइन कि इंडिया-पाकिस्तान मैच से 36 घंटे पहले एक भारतीय खिलाड़ी को किडनैप कर लिया जाता है, नई है। उससे भी अधिक ये बात अच्छी है, कि उसे मैं किडनैप करता हू।”

अक्षय आख़िरी दफ़ा 2012 की फ़िल्म ‘गली-गली में चोर है’ मेंं मुख्य भूमिका में नज़र आए थे। उन्होंने 1997 में ‘हिमालय पुत्र’ से बतौर मुख्य अभिनेता हिंदी सनेमा में डेब्यू किया था।