63 वें राष्ट्रीय पुरस्कार: अमिताभ बेस्ट एक्टर, कंगना एक्ट्रेस

मुंबई: 63 वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों का ऐलान हो गया है। अमिताभ बच्चन को ‘पीकू’ के लिए बेस्ट एक्टर, कंगना रानौत को ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस और संजय लीला भंसाली को ‘बाजीराव मस्तानी’ के लिए बेस्ट डायरेक्टर अवॉर्ड के लिए चुना गया है। ‘बाजीराव मस्तानी’ को कुल सात श्रेणियों में पुरस्कार के लिए चुना गया है।

अमिताभ बच्चन का ये चौथा नेशनल अवॉर्ड है। सबसे पहले उन्होंने 1990 की फ़िल्म ‘अग्निपथ’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड जीता था। 2005 की फ़िल्म ‘ब्लैक’ और 2009 की फ़िल्म ‘पा’ के लिए भी उन्हें बेस्ट एक्टर के लिए पुरस्कार दिया जा चुका है।

कंगना का ये तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार है। इससे पहले 2008 की फ़िल्म ‘फ़ैशन’ के लिए उन्होंने बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस और ‘क्वीन’ (2014) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीता है।

कल्कि कोचलिन को ‘मार्गरीटा विद ए स्ट्रॉ’ के लिए स्पेशल ज्यूरी अवॉर्ड मिला है। वहीं ‘इरूदी सुत्तरू’ (हिंदी में- साला खड़ूस) के लिए रितिका सिंह को स्पेशल मेनशन मिला है।

पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट नीचे दी गई है:

मुख्य अवॉर्ड:

बेस्ट फ़िल्म: बाहुबाली- द बिगिनिंग

बेस्ट डायरेक्टर: संजय लीला भंसाली (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट एक्टर: अमिताभ बच्चन (पीकू) 

बेस्ट एक्ट्रेस: कंगना रानौत (तनु वे़ड्स मनु रिटर्न्स)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: समुथिराकानी (विसारानई)

बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: तन्वी आज़मी (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट पॉप्यूलर फ़िल्म- बजरंगी भाईजान (डायरेक्टर- कबीर ख़ान, एक्टर-सलमान ख़ान)

 

बेस्ट कॉरियोग्राफी: रेमो डिसूजा (दीवानी मस्तानी गीत- बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर: मोनाली ठाकुर (मोह मोह के धागे- दम लगाके हइशा)

बेस्ट लिरिक्स- वरूण ग्रोवर (मोह मोह के धागे- दम लगाके हइशा)

बेस्ट स्क्रीनप्ले राइटर (ओरिजिनल): जूही चतुर्वेदी (पीकू), हिमांशु शर्मा (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)

बेस्ट स्क्रीनप्ले (डायलॉग्स): जूही चतुर्वेदी (पीकू) और हिमांशु शर्मा (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)

बेस्ट स्क्रीनप्ले (एडेप्टिड): विशाल भारद्वाज (तलवार)

बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्शन: एम जयचंद्रन (कातिरुन्नु कातिरुन्नु Kaathirunnu Kaathirunnu- Ennu Ninte Moideen)

बेस्ट म्यूज़िक डायरेक्शन- बैकग्राउंड स्कोर: इलाइराजा  (Thaarai Thappattai)

 

बेस्ट सिनेमेटोग्राफी: सुदीप चैटर्जी (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट ऑडियोग्राफी- साउंड डि़ज़ाइनर अवॉर्ड: विस्वजीत चैटर्जी (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट ऑडियोग्राफी- लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट: संजय कूरियन (तलवार)

बेस्ट ऑडियोग्राफी- रिकॉर्डिंग ऑफ़ द फाइनल मिक्स्ड ट्रैक: जस्टिन गोसे (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट प्रोडक्शन ऑन डिज़ाइन: श्रीराम अयंगर, सलोनी धत्रक, सुजीत सावंत (बाजीराव मस्तानी)

बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर और बेस्ट मेक-अप आर्टिस्ट: नानक शाह फकीर

 

क्षेत्रीय फ़िल्मों को अवॉर्ड:

बेस्ट हिंदी फ़िल्म: दम लगाके हइशा (डायरेक्टर- शरत कटारिया)

बेस्ट मलयालम फ़िल्म: पाथेमरी (Pathemari)

बेस्ट तमिल फ़िल्म: विसारानई (Visaaranai)

बेस्ट तेलगू फ़िल्म: कांचे (Kanche)

बेस्ट संस्कृत फ़िल्म: प्रियामनसम् (Priyamanasam)

बेस्ट कन्नड़ फ़िल्म: थिथी (Thithi)

बेस्ट कोंकणी फ़िल्म: एनेमी (Enemy)

बेस्ट असमी फ़िल्मी: कोथानोड़ी (Kothanodi)

बेस्ट हरयाणवी फ़िल्म: सतरंगी (Satrangi)

बेस्ट वेंचो फ़िल्म- द हैड हंटर

बेस्ट खासी फ़िल्म : ओनाता (Onaatah)

बेस्ट मणिपुरी फ़िल्म: ईबुसु योहानबियू (Eibusu Yaohanbiyu)

बेस्ट मिज़ो फ़िल्म : कीमाज़ लोड बियांड द क्लास (Kima’s Lode Beyond the Class)

बेस्ट मराठी फ़िल्म: रिंगन

बेस्ट मैथिली फ़िल्म: मिथिला मखान

बेस्ट पंजाबी फ़िल्म: चौथी कूट

बेस्ट बंगाली फ़िल्म: संखाचिल(Sankhachil)

बेस्ट उड़िया फ़िल्म: पहाड़ा रा लुहा (Pahada Ra Luha)

 

विशेष पुरस्कार:

डायरेक्टर की बेस्ट डेब्यू फ़िल्म के लिए  इंदिरा गांधी अवॉर्ड: नीरज घेवान (मसान)

राष्ट्रीय एकता पर बेस्ट फीचर फ़िल्म का नर्गिस दत्त अवॉर्ड: नानक शाह फकीर

सामाजिक मुद्दे पर बेस्ट फ़िल्म: निर्णायकम् (Niranayakam)

पर्यावरण संरक्षण पर बेस्ट फ़िल्म: वालिया चिरकुल्ला पक्षीकाल (Valiya Chirakulla Pakshikal)

बेस्ट चिल्ड्रन फ़िल्म: दूरंतो।