थम गई ‘आंधी’, सुचित्रा सेन का निधन

मुंबई : वेटरन एक्ट्रेस सुचित्रा सेन का 82 साल की उम्र में कोलकाता में निधन हो गया। शुक्रवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉक्टर्स के मुताबिक़ सुचित्रा सेन की मृत्यु कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है।

क़रीब तीन दशक से गुमनामी की ज़िंदगी जी रहीं सुचित्रा सेन की इमोशंस का सम्मान करते हुए उनकी फैमिली ने उनकी डेथ को पब्लिक नहीं किया। डॉक्टर्स ने भी इस पर ऑफ़िशियल कमेंट नहीं किया।

लेकिन जैसे ही सुचित्रा सेन की डेथ की ख़बर अनाधिकारिक रूप से बाहर आई, उन्हें श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया। शुक्रवार दोपहर को उनका अंतिम संस्कार कोलकाता में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया।

उत्तम कुमार के साथ सुचित्रा।
उत्तम कुमार के साथ सुचित्रा।

सुचित्रा सेन ने अपना फ़िल्म करियर बंगाली फ़िल्मों से शुरू किया। कहा जाता है, कि वो एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं। उन्होंने अपना करियर 1952 में ‘शेष कोथाए’ से शुरू किया, जो रिलीज़ नहीं हुई। अगले साल उनकी फ़िल्म ‘शारे चौतोर’ उत्तम कुमार के साथ रिलीज़ हुई, जो बॉक्स ऑफ़िस पर क़ामयाब रही। इस फ़िल्म के बाद उत्तम और सुचित्रा की जोड़ी ने बंगाली सिनेमा में 20 सालों तक राज किया।

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देवदास में दिलीप कुमार के साथ सुचित्रा सेन।

सुचित्रा सेन ने 1955 में ‘देवदास’ फ़िल्म से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया। बिमल रॉय डायरेक्टिड इस फ़िल्म में उन्होंने पारो का क़िरदार निभाया, जबकि देवदास बने दिलीप कुमार और चंद्रमुखी थीं वैजयंती माला।

ममता में धर्मेंद्र और सुचित्रा सेन।
ममता में धर्मेंद्र और सुचित्रा सेन।

60 के दशक में सुचित्रा सेन ने हिंदी सिनेमा की कई यादगार फ़िल्मों में काम किया। अशोक कुमार, देव आनंद और धर्मेंद्र के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने वाली सुचित्रा ने राज कपूर के साथ काम करने से इंकार कर दिया था। कहा जाता है, कि राज कपूर ने उन्हें घुटनों के बल बैठकर गुलदस्ता देते हुए फ़िल्म ऑफ़र की थी। राज साहब का यही अंदाज़ सुचित्रा सेन को नागवार गुज़ारा और उन्होंने फ़िल्म ठुकरा दी।

आंधी में संजीव कुमार के साथ सुचित्रा सेन।
आंधी में संजीव कुमार के साथ सुचित्रा सेन।

हिंदी और बंगाली सिनेमा में सुचित्रा सेन का फ़िल्मी सफ़र जारी रहा। हिंदी सिनेमा में उन्हें ‘आंधी’ के लिए भी याद किया जाता है, जिसे गुलज़ार ने डायरेक्ट किया था, और संजीव कुमार फ़िल्म में सुचित्रा सेन के अपोजिट थे। ये फ़िल्म पॉलिटिकल रीजंस की वजह से भी मशहूर हुई।

कहा जाता है, कि ‘आंधी’ में सुचित्रा सेन का करेक्टर इंदिरा गांधी से इंस्पायर्ड था। 2005 में सुचित्रा सेन को दादा साहब फाल्के अवॉर्ड के लिए चुना गया था, लेकिन वो चाहती थीं, उन्हें अवॉर्ड नई दिल्ली के बजाए कोलकाता में राष्ट्रपति के हाथों दिया जाए, जिसकी वजह से उन्हें अवॉर्ड से वंचित कर दिया गया।

सुचित्रा सेन एक्ट्रेस मुनमुन सेन की मां, और रिया और राइमा सेन की नानी हैं।