The Bengal Files Box Office: बंगाल में नहीं खुली विवेक अग्निहोत्री की ‘फाइल’, देश के बाकी हिस्सों में भी हालत पतली

The Bengal Files box office collection is poor. Photo- X

मुंबई। The Bengal Files Box Office: विवेक अग्निहोत्री की ‘फाइल ट्रिलॉजी’ की आखिरी फिल्म द बंगाल फाइल्स को पहले दिन दर्शकों ने खारिज कर दिया और दूसरे दिन शनिवार को भी फिल्म हालत खराब है। फिल्म की कहानी पश्चिम बंगाल में 1946 में हुए दंगों पर आधारित है, मगर पश्चिम बंगाल में ही फिल्म रिलीज नहीं हो पाई है।

फिल्म की टीम का आरोप है कि पश्चिम बंगाल के थिएटर मालिकों ने राजनीतिक दबाव के चलते फिल्म को रिलीज करने से इनकार कर दिया है। इन आरापों को लेकर द बंगाल फाइल्स को लेकर कोई राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान या खंडन नहीं आया है।

इस बीच फिल्म के समर्थक इसे पश्चिम बंगाल में रिलीज करने की मांग लगातार कर रहे हैं। शनिवार को कुछ लोगों ने फिल्म लगाने की मांग को लेकर एक थिएटर के बाहर प्रदर्शन भी किया, जिसकी तस्वीरें विवेक ने शेयर की हैं।

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फिल्म के पक्ष में हवा बनाने के लिए विवेक दिनभर सोशल मीडिया में लोगों के ओपिनियन शेयर करते रहे, जिनमें फिल्म को मस्ट वॉच बताया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में तो फिल्म रिलीज नहीं हो सकी, मगर देश के बाकी हिस्सों में भी हालात कुछ अच्छे नहीं हैं।

दूसरे दिन भी फिल्म की हालत खस्ता

सैकनिल्क वेबसाइट के अनुसार, शुक्रवार को फिल्म ने लगभग 1.75 करोड़ की ओपनिंग ली है। हालांकि, मेकर्स की ओर से आंकड़े जारी नहीं किये गये हैं। वहीं, दूसरे दिन शनिवार को भी फिल्म की हालत नाजुक है। वेबसाइट के अनुसार, शाम 5 बजे तक द बंगाल फाइल्स ने सिर्फ 95 लाख के आसपास ही कलेक्शन किया है।

द बंगाल फाइल्स को क्रिटिक्स ने मिलीजुली प्रतिक्रियाएं दी हैं। अलबत्ता, स्वतंत्र सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और क्रिटिक फिल्म की तारीफों में कसीदे पढ़ रहे हैं, जिन्हें विवेक अपने सोशल मीडिया हैंडलों से रीपोस्ट कर रहे हैं।

दरअसल, इस फिल्म को लेकर लोगों में दिलचस्पी पैदा ना होने की एक वजह यह भी है कि विवेक को लेकर एक खास विचारधारा और राजनीतिक दल के पक्ष में सिनेमा बनाने का अवधारणा बन गई है, जिसके चलते एक आम और निष्पक्ष दर्शक उससे दूर भागता है।

द कश्मीर फाइल्स अप्रत्याशित रूप से सफल रही थी, मगर उस फिल्म ने विवेक के नैरेटिव सेट करने के इरादों को भी जाहिर कर दिया था, जिसका खामियाजा अब द बंगाल फाइल्स को भुगतना पड़ रहा है।

डायरेक्ट एक्शन डे की है कहानी

यह फिल्म 1946 में पश्चिम बंगाल में हुए डायरेक्ट एक्शन डे की घटना पर आधारित है। देश विभाजन से पहले मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग के आह्वान पर कोलकाता और नोआखाली में दंगे हुए थे, जिनमें कई हिंदू मारे गये थे। विवेक ने इन्हीं दंगों को केंद्र में रखकर फिल्म बनाई है।

उस दौरान हुई क्रूरताओं को उन्होंने बिना किसी हिचक के दिखाया है। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, प्रियांशु चटर्जी, शाश्वत चटर्जी समेत कई जाने-माने कलाकारों ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं।

दिलचस्प बात पहलू यह भी है कि विवेक ने इस फिल्म की शुरुआत ‘द दिल्ली फाइल्स- द बंगाल चैप्टर’ के नाम से की थी, जिसे फिल्म का टीजर आने के बाद बदलकर द बंगाल फाइल्स कर दिया गया। इस बदलाव ने भी विवेक की मंशा को संदेह के घेरे में खड़ा किया।

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