मुंबई। Bade Miyan Chote Miyan Controversy: अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म बड़े मियां छोटे मियां के फ्लॉप होने के बाद पैसों के लेन-देन को लेकर निर्माता वाशु भगनानी और निर्देशक-सह निर्माता अली अब्बास जफर के बीच विवाद गहराने लगा है। वाशु ने अली पर बेनामी कम्पनी के जरिए मनी लॉन्ड्रिग करने का आरोप लगाते हुए ईडी से जांच करवाने की मांग की है।
क्या हैं वाशु भगनानी के ताजा आऱोप?
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भगनानी ने नए आरोप लगाए कि अली अब्बास जफर अबू धाबी में रजिस्टर्ड कंपनी ‘जॉली जंपर फिल्म्स LLC’ चला रहे हैं, जो एक बेनामी कंपनी है और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल की जा रही है।
यह कंपनी जफर के असिस्टेंट के नाम पर रजिस्टर्ड है, लेकिन ऑपरेट इंडिया से होती है। वाशु ने कहा कि हमारी जांच एजेंसियां ईडी, पुलिस या ईओडब्ल्यू अगर जॉली जम्पर का बैंक स्टेटमेंट मेंगा लेंगे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।
वाशु कहते हैं कि अली अब्बास जफर बहुत बड़ा नाम है। बहुत बड़ी फिल्में बनाई हैं। उन्हें यह शोभा भी नहीं देता। बिजनेसमैन बनने के बाद गलत काम करना चालू कर दिया है। वाशु ने आगे कहा कि उन्हें अली का काम पसंद है। सुल्तान और एक था टाइगर उनकी फेवरिट फिल्में हैं। इसीलिए छोटे मियां बड़े मियां बनाने के लिए दी, मगर यह अंदाजा नहीं था कि बजटिंग इतना ऊपर-नीचे कर देंगे।
कब और कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद?
2024 में रिलीज हुई फिल्म छोटे मियां बड़े मियां बहुत बड़ी फ्लॉप साबित हुई थी। इस फिल्म का निर्माण वाशु की कम्पनी पूजा एंटरटेनमेंट और अली की कम्पनी AAZ फिल्म्स ने किया था। अली फिल्म के निर्देशक भी थे। मुंबई, लंदन, यूएई और जॉर्डन में हुई थी।
कथित तौर पर फिल्म का बजट 350 करोड़ का था, मगर फिल्म की कमाई कुछ करोड़ में ही सिमट गई थी। फिल्म पिटने के बाद पूजा एंटरटेनमेंट और आज फिल्म्स के बीच विवाद शुरू हुआ। वाशु ने अली पर फिल्म को ओवर बजट करने का आरोप लगाया। भगनानी ने कहा कि फिल्म का बजट लगभग 80 करोड़ रुपये से ज्यादा बढ़ा दिया गया और यह एक बड़ा वित्तीय षड्यंत्र है।
वाशु भागनानी ने अली अब्बास जफर पर वित्तीय धोखाधड़ी, फर्जी बिल बनाना और फंड्स के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि फिल्म के प्रोडक्शन की जिम्मेदारी अली की थी, जबकि उन्होंने सिर्फ कैपिटल लगाने का काम किया है।
सितंबर 2024 में, अली अब्बास जफर ने पहले वाशु भागनानी पर मुकदमा दायर किया। जफर ने दावा किया कि उन्हें फिल्म के लिए 7.30 करोड़ रुपये की बकाया राशि नहीं दी गई।
उन्होंने डायरेक्टर्स एसोसिएशन से शिकायत की, जिसे बाद में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडियन सिने एम्प्लॉयीज़ (FWICE) को भेजा गया। FWICE ने भागनानी से स्पष्टीकरण मांगा, लेकिन पूजा एंटरटेनमेंट ने इन दावों को खारिज कर दिया, कहते हुए कि यह राशि वैध कर्ज नहीं है और इसमें विभिन्न कटौतियां शामिल हैं।
इसके अलावा, पूजा एंटरटेनमेंट पर क्रू मेंबर्स को 65 लाख रुपये से ज्यादा बकाया होने के भी आरोप लगे। वाशु भगनानी और उनके बेटे जैकी भगनानी ने नवंबर-दिसंबर 2024 में अली अब्बास जफर, हिमांशु मेहरा और ए
मुख्य आरोप थे:
- प्रोडक्शन कॉस्ट को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना। शुरुआती बजट 125 करोड़ रुपये (एक्टर फीस को छोड़कर) था, जो बढ़कर 154 करोड़ हो गया, लेकिन फिर भी ओवरस्पेंडिंग हुई।
- फर्जी इनवॉइस बनाना और फंड्स का दुरुपयोग।
- कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन और सही खर्च रिकॉर्ड ना प्रदान करना।
- सब्सिडी का गलत इस्तेमाल और अकाउंट्स को 11 महीनों से सेटल ना करना।
भगनानी ने दावा किया कि जफर की कंपनी AAZ Films प्रोडक्शन संभाल रही थी, लेकिन उनके अकाउंटेंट ने अंतिम स्टेटमेंट देने से इनकार कर दिया।
कानूनी कार्रवाई और अदालती आदेश
2 दिसंबर 2024 को, मुंबई की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने पुलिस को अली अब्बास जफर और उनकी टीम के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया। 8 दिसंबर 2024 (रविवार) को बांद्रा पुलिस ने FIR दर्ज की, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धाराएं शामिल हैं:
- धारा 120B: आपराधिक षड्यंत्र।
- धारा 406: विश्वासघात।
- धारा 420: धोखाधड़ी।
- धारा 464, 468, 471: फर्जी दस्तावेज बनाना और इस्तेमाल।
- धारा 500: मानहानि।
- धारा 506: धमकी।
9 दिसंबर 2024 को, जफर और उनकी टीम ने कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका वापस ले ली, क्योंकि FIR पहले ही दर्ज हो चुकी थी। अब, भागनानी ने कहा है कि वह इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED), इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) और CBI से संपर्क करेंगे ताकि मामले की गहराई से जांच हो।
उनका कहना है कि पैसे की रिकवरी से ज्यादा सच्चाई सामने लाना महत्वपूर्ण है। वर्तमान स्थिति और प्रतिक्रियाएंअली अब्बास जफर ने नए आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।