मुंबई। Dadasaheb Phalke Award 2023: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय सिनेमा को सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड के विजेता की घोषणा शनिवार को की, जिसके मुताबिक 2023 के लिए यह पुरस्कार मलयालम सिनेमा के दिग्गज कलाकार मोहनलाल को प्रदान किया जाएगा।
अवॉर्ड पाने वाले मलयालम सिनेमा के दूसरे कलाकार
मंत्रालय की पोस्ट के मुताबिक, भारत सरकार की दादासाहेब फाल्क पुरस्कार के लिए विजेता चुनने वाली कमेटी ने उनके नाम पर मुहर लगाई है। मोहनलाल को यह पुरस्कार 23 सितम्बर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
मलायलम सिनेमा में यह सम्मान हासिल करने वाले मोहनलाल दूसरे कलाकार हैं। उनसे पहले 2004 में यह पुरस्कार निर्देशक अदूर गोपालकृष्णन को दिया गया था।
भारतीय सिनेमा के जनक कहे जाने वाले दादासाहेब फाल्के के नाम पर दिया जाने वाले इस पुरस्कार के तहत विजेता को स्वर्ण कमल पदक, शॉल और 10 लाख रुपये नगद दिये जाते हैं।
इस पुरस्कार की शुरुआत 1969 में दादासाहेब फाल्के के सिनेमा में योगदान को याद रखने के लिए की गई थी। 40-50 के दौर की मशहूर एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर देविका रानी को पहला दादासाहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया था।
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मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड दिये जाने की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, जिसके जवाब में वेटरन एक्टर ने लिखा- दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड हासिल करके मैं विनम्रता के साथ सम्मानित महसूस कर रहा हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मैं आपके शब्दों और आशीर्वाद के लिए आभारी हूं। इससे मुझे प्रोत्साहन और आनंद मिला है।
सिनेमा की कला और उन सभी का मैं हमेशा कर्जदार रहूंगा, जिनकी प्रेरणा और सहयोग से मेरी यह यात्रा प्रकाशवान रही।
2022 का दादासाहेब फाल्के पुरस्कार हिंदी और बंगाली सिनेमा के दिग्गज कलाकार मिथुन चक्रवर्ती को प्रदान किया गया था।
पुरस्कार के एलान के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में खुशी का माहौल है। मोहनलाल के साथी कलाकार, दोस्त, शुभचिंतक और फैंस उन्हें बधाई दे रहे हैं। एक और दिग्गज कलाकार मम्मूटी ने उन्हें बधाई दी है।
दो बार जीत चुके नेशनल फिल्म अवॉर्ड
मोहनलाल मलयालम सिनेमा के दिग्गज अभिनेता हैं, जिन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में काम किया है और दो बार बेस्ट एक्टर के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके हैं। उन्होंने ज्यादातर मलयालम सिनेमा में ही काम किया है। हिंदी सिनेमा में मोहनलाल पहली बार राम गोपाल वर्मा निर्देशित अंडरवर्ल्ड पर आधारित फिल्म कम्पनी में नजर आये थे। इसके बाद अजय देवगन की हल्ला बोल में स्पेशल एपीयरेंस किया था। प्रियदर्शन की तेज में भी उन्होंने कैमियो किया था।
मोहनलाल का अभिनय करियर 18 साल की उम्र में शुरू हो गया था। हालांकि, उनकी ये फिल्म थिरनोत्तम 1978 में बनकर तैयार हो गई थी, मगर रिलीज 2005 में हुई थी, वो भी सिंगल थिएटर में।
मोहनलाल ने 1980 में आई रोमांटिक फिल्म मंजिल विरिंजा पूक्कल से बतौर खलनायक डेब्यू किया था। करियर के शुरुआती दौर में उन्होंने कई फिल्मों में नेगेटिव रोल निभाये। 1982 में आई पदायोत्तम पहली फिल्म है, जिसमें वो हीरो के किरदार में थे।
उनकी कई फिल्मों के हिंदी में रीमेक बने हैं। लेटेस्ट दृश्यम है, जिसके हिंदी वर्जन में अजय देवगन लीड रोल निभाते हैं। इस फिल्म का अब तीसरा भाग आने वाला है। इससे पहले मोहनलाल वृषभ के जरिए बड़े पर्दे पर नजर आएंगे।
2001 में मोहनलाल को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वहीं, 2019 में उन्हें पद्मभूषण प्रदान किया जा चुका है। मोहनलाल टैरिटोरियल आर्मी में ऑनरेरी लेफ्टिनेंट कर्नल भी हैं।