Asrani Death: नहीं रहे दिग्गज अभिनेता असरानी, दिवाली की खुशियों के बीच मनोरंजन जगत में छाया मातम

Veteran actor Asrani passes away. Photo- Instagram

मुंबई। Asrani Death: दिवाली की रौनक और खुशियों के बीच मनोरंजन जगत से बेहद दुखद खबर आई है। भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता असरानी का निधन 84 साल की उम्र में हो गया। वेटरन एक्टर के निधन से मनोरंजन जगत में शोक छा गया है। अक्षय कुमार समेत कई कलाकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, लम्बी बीमारी के बाद उन्होंने सोमवार को करीब 4 बजे मुंबई में अंतिम सांस ली। असरानी के प्रबंधक बाबूभाई ने मीडिया को बताया कि अभिनेता कुछ समय से अस्वस्थ थे और उन्होंने अपनी पत्नी मंजू असरानी से कहा था कि उनके निधन की खबर को सार्वजनिक रूप से ज्यादा प्रचारित ना किया जाए।

इसलिए, उनके अंतिम संस्कार को शांतिपूर्वक संपन्न किया गया, जिसमें केवल परिवार और करीबी मित्र ही शामिल हुए। अंतिम संस्कार सांताक्रूज के शास्त्री नगर श्मशान घाट में किया गया।

अक्षय कुमार ने दी श्रद्धांजलि

उनके निधन की खबर से सन्न अक्षय कुमार ने एक्स पर वेटरन एक्टर के साथ फोटो शेयर करके लिखा- असरानी जी के निधन से इतना दुख हो रहा है कि नि:शब्द हो गया हूं। हैवान के शूट के दौरान कुछ दिन पहले ही हमने गर्मजोशी से एक-दूसरे को गले लगाया था।

बहुत प्यारे इंसान थे। उनकी कॉमिक टाइमिंग लाजवाब थी। मेरी कल्ट फिल्म हेराफेरी से भागमभाग और दे दना दन, वेल्कम और अब हमारी आने वाली फिल्में हैवान और भूत बंगला… मैंने उनके साथ खूब काम किया और सीखा।

असरानी सर, ईश्वर आपको आशीर्वाद दें। आपने हमें हंसने का लाखों मौके दिये। ओम शांति।

जयपुर से मुंबई तक का सफर

असरानी का जन्म 1 जनवरी 1941 को राजस्थान के जयपुर में एक मध्यमवर्गीय सिंधी हिंदू परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम गोवर्धन असरानी था। वे बचपन से ही व्यापार या पढ़ाई में रुचि नहीं रखते थे, बल्कि उनका झुकाव अभिनय की ओर था। उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) से प्रशिक्षण लिया और 1960 के दशक में हिंदी फिल्म उद्योग में कदम रखा।

शुरुआत में उन्होंने गंभीर और सहायक भूमिकाएं निभाईं, लेकिन जल्द ही उनकी कॉमेडी की प्रतिभा सामने आई। 1970 के दशक में वे बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय हास्य कलाकार बन गए। उनकी सबसे यादगार भूमिका 1975 की क्लासिक फिल्म ‘शोले’ में जेलर की थी, जो एडॉल्फ हिटलर से प्रेरित थी।

बावर्ची फिल्म के कलाकारों के साथ असरानी। फोटो- इंस्टाग्राम/Asrani

पटकथा लेखक सलीम-जावेद ने उन्हें हिटलर की तस्वीर वाली किताब दी थी, ताकि वे उसका लुक और व्यवहार कैद कर सकें।

इस छोटी सी भूमिका ने उन्हें अमर बना दिया। ‘शोले’ के अलावा, वे ‘चुपके चुपके’, ‘छोटी सी बात’, ‘रफू चक्कर’, ‘मेरे अपने’, ‘कोशिश’, ‘बावर्ची’, ‘परिचय’, ‘अभिमान’, ‘हीरा फेरी’, ‘भगम भाग’, ‘भूल भुलैया’, ‘धमाल’, ‘बंटी और बबली 2’, ‘आर… राजकुमार’, ‘ऑल द बेस्ट’ और ‘वेल्कम’ जैसी फिल्मों में अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाते रहे।

राजेश खन्ना के साथ दो दर्जन से ज्यादा फिल्में

उन्होंने राजेश खन्ना के साथ 1972 से 1991 तक 25 से अधिक फिल्मों में काम किया। असरानी ने अपने करियर में 350 से अधिक हिंदी फिल्मों में अभिनय किया। उन्होंने गुजराती फिल्मों में भी मुख्य भूमिकाएं निभाईं। 1974 में ‘आज की ताजा खबर’ के लिए और 1977 में ‘बालिका बधू’ के लिए उन्हें दो बार फिल्मफेयर अवॉर्ड फॉर बेस्ट कॉमेडियन मिला।

वह ना केवल अभिनेता थे, बल्कि निर्देशक भी थे। 2000 के दशक में भी उन्होंने ‘हेरा फेरी’ और ‘भगम भाग’ जैसी फिल्मों में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी।

राजेश खन्ना के साथ असरानी। फोटो- इंस्टाग्राम/Asrani

द ट्रायल के दूसरे सीजन में आये नजर

असरानी को जिओ हॉटस्टार पर हाल ही में रिलीज हुई सीरीज ‘द ट्रायल सीजन 2’ में देखा गया, जिसमें उन्होंने काजोल के सामने एक बेहद शातिर और वरिष्ठ वकील का किरदार निभाया था। हालांकि, निधन के बाद वो अब हैवान और भूत बंगला में नजर आएंगे।

असरानी के निधन से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने इंस्टाग्राम पर दिवाली की शुभकामनाएं साझा की थीं, जिससे उनके प्रशंसकों को और अधिक सदमा लगा।