भाई की रिहाई के लिए दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचीं सेलिना जेटली, 14 महीनों से UAE की जेल में बंद हैं पूर्व मेजर विक्रांत सिंह जेटली

Celina Jaitley's brother case. Photo- X

मुंबई। Celina Jaitley Brother Case: बॉलीवुड अभिनेत्री सेलिना जेटली के भाई, मेजर (सेवानिवृत्त) विक्रांत कुमार जेटली की संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हिरासत के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने हस्तक्षेप किया है। कोर्ट ने भारत सरकार को निर्देश दिए हैं कि विक्रांत को प्रभावी कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाए और परिवार के साथ संपर्क सुनिश्चित किया जाए।

सेलिना ने इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की थी, जिसमें उन्होंने अपने भाई की हिरासत को अवैध बताते हुए उनकी रिहाई और सहायता की मांग की थी।

दिल्ली हाई कोर्ट ने सरकार को दिये निर्देश

3 नवंबर को जस्टिस सचिन दत्ता की बेंच ने इस मामले की सुनवाई की। कोर्ट ने विदेश मंत्रालय (एमईए) को नोटिस जारी किया और निर्देश दिए कि विक्रांत को प्रभावी कानूनी प्रतिनिधित्व मिले। साथ ही, एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का आदेश दिया गया, जो परिवार और यूएई अधिकारियों के बीच समन्वय करेगा और विक्रांत की स्थिति तथा कानूनी कार्यवाही की नियमित जानकारी देगा।

कोर्ट ने सेलिना और उनके भाई के बीच संपर्क सुनिश्चित करने तथा विक्रांत और उनकी पत्नी (जो यूएई में हैं) के बीच संवाद की सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश दिया। सरकार को 4 दिसंबर को अगली सुनवाई से पहले विस्तृत स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है।

सोशल मीडिया में सेलिना ने लिखी पोस्ट

इस फैसले के बाद सेलिना ने सोशल मीडिया में एक भावुक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “14 महीनों की कठिन यात्रा के बाद, मैं अंधेरे सुरंग के अंत में रोशनी तक पहुंच गई हूं। आज दिल्ली हाई कोर्ट ने मेरी याचिका पर सुनवाई की और निर्देश दिए।”

उन्होंने अपने भाई को समर्पित करते हुए कहा, “तुमने हमारे लिए लड़ाई लड़ी, भाई, अब हम तुम्हारे पीछे खड़े हैं।”

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भाई दूज के मौके पर भी उन्होंने एक नोट साझा किया, जिसमें पुरानी यादों को याद करते हुए जल्द मिलने की उम्मीद जताई। सेलिना ने सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि भारत सरकार ही वह इकाई है, जो उनके भाई की रक्षा कर सकती है।

क्या है पूरा केस?

विक्रांत कुमार जेटली, जो भारतीय सेना के पूर्व मेजर हैं और चार पीढ़ियों से सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं, 2016 से यूएई में रह रहे थे। वह एक ट्रेडिंग और रिस्क मैनेजमेंट फर्म में काम कर रहे थे। 6 सितंबर 2024 को उन्हें यूएई में हिरासत में लिया गया, जिसके बाद से परिवार का उनसे सीधा संपर्क नहीं हो पाया है।

सेलिना के अनुसार, यह हिरासत राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े आरोपों पर आधारित है, लेकिन कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। उन्होंने दावा किया कि उनके भाई को नौ महीनों तक जबरन गायब रखा गया और फिर हिरासत में लिया गया, जो उनके मूलभूत मानवाधिकारों और अंतरराष्ट्रीय राजनयिक मानदंडों का उल्लंघन है।

विक्रांत को सेनाध्यक्ष (सीओएएस) द्वारा बहादुरी के लिए सम्मानित किया जा चुका है और उन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना पूरा युवावस्था समर्पित की है। सेलिना जेटली, जो विक्रांत की इकलौती ब्लड रिलेटिव हैं, ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर भारत सरकार से अनुरोध किया कि वे राजनयिक माध्यमों से उनके भाई को कानूनी और वित्तीय सहायता प्रदान करें।

याचिका में मांग की गई कि विक्रांत को उचित चिकित्सा उपचार और मानवीय देखभाल मिले, उनकी वेलनेस की नियमित निगरानी हो और परिवार के साथ सीधा संपर्क स्थापित किया जाए।

सेलिना ने कोर्ट को बताया कि भारतीय दूतावास, वाणिज्य दूतावास और विदेश मंत्री से कई बार अपील करने के बावजूद कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।