मुंबई। Rani Mukerji National Award: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से दिल्ली में शुक्रवार शाम 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। हिंदी सिनेमा की सक्षम अदाकाराओ में शामिल रानी मुखर्जी को मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे के लिए बेस्ट एक्टर कैटेगरी में दिया जा रहा है।
फिल्म इंडस्ट्री में लगभग 3 दशक गुजार चुकीं रानी ने अपने अभिनय के लिए कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स भी हैं, मगर राष्ट्रीय पुरस्कार पहली बार जीता। जाहिर है कि रानी के लिए यह सम्मान काफी मायने रखता है।
मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे के लिए रानी का पुरस्कार जीतना इसलिए भी उनके लिए अहम है, क्योंकि फिल्म में उन्होंने एक मां का किरदार निभाया था, जो अपने बच्चे की कस्टडी के लिए नॉर्वे सरकार से भिड़ जाती है।
30 सालों में पहला National Film Award
पुरस्कारों की घोषणा होने के बाद रानी ने एक स्टेटमेंट जारी किया, जिसमें उन्होंने अपने जज्बात उड़ेल दिये। रानी ने कहा- ”मैं ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में अपने अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतकर अभिभूत हूं। संयोगवश, यह मेरे 30 साल के करियर में पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है।
एक अभिनेता के रूप में, मुझे अपने करियर में कुछ अविश्वसनीय फिल्में करने का सौभाग्य मिला है और इनके लिए मुझे बहुत प्यार मिला है। मैं राष्ट्रीय पुरस्कार जूरी को “मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे” में मेरे काम को सम्मानित करने के लिए धन्यवाद देती हूँं।
मैं इस पल को फिल्म की पूरी टीम, मेरे निर्माता निखिल आडवाणी, मोनिशा और मधु, मेरे निर्देशक आशिमा चिब्बर और इस वास्तव में विशेष प्रोजेक्ट पर काम करने वाले सभी लोगों के साथ साझा करती हूं, जिसने मातृत्व का उत्सव मनाया।
मेरे लिए, यह पुरस्कार मेरे 30 साल के काम, मेरे क्राफ्ट के प्रति मेरी समर्पण भावना, जिसके साथ मैं गहरे आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस करती हूं और सिनेमा व हमारे इस खूबसूरत फिल्म उद्योग के प्रति मेरे जुनून का प्रमाण है।”
यह भी पढ़ें: 71st National Film Awards: शाह रुख खान, रानी मुखर्जी और विक्रांत मैसी बेस्ट एक्टर, ’12th फेल’ बेस्ट फिल्म
रानी ने मांओं को समर्पित किया पुरस्कार
रानी मुखर्जी ने आगे कहा- ”मैं यह राष्ट्रीय पुरस्कार दुनिया की सभी अविश्वसनीय माताओं को समर्पित करती हूं। मां के प्यार और अपने बच्चों की रक्षा के लिए उसकी दृढ़ता जैसा कुछ नहीं है। इस भारतीय प्रवासी मां की कहानी, जो अपने बच्चे के लिए पूरी तरह से डट गई और एक राष्ट्र से भिड़ गई, ने मुझे गहरे तक झकझोर दिया।
एक मां का अपने बच्चे के लिए प्यार बिना शर्त होता है। यह मुझे तब समझ आया जब मैं खुद मां बनी। इसलिए, यह जीत, यह फिल्म मेरे लिए बहुत भावनात्मक और व्यक्तिगत है। एक मां अपने बच्चों के लिए पहाड़ हिला सकती है और दुनिया को बेहतर बना सकती है।
इस फिल्म ने यही दिखाने की कोशिश की है।यह समय मेरे उन सभी प्रशंसकों को फिर से धन्यवाद देने का भी सही मौका है, जो दुनिया भर से इन 30 सालों में मेरे साथ हर सुख-दुख में खड़े रहे! आपका बिना शर्त प्यार और समर्थन ही वह सब है जो मुझे प्रेरित रखने, हर दिन काम पर आने और ऐसे किरदार देने के लिए चाहिए, जो आपका मनोरंजन करें।
आपने मेरे हर किरदार, हर चरित्र, हर कहानी को गले लगाया, जिसे मैं जीवंत करने में सक्षम रही। तो, आप बिना मैं आज कुछ भी नहीं होती।”
रानी मुखर्जी की यादगार फिल्में
रानी ने 1996 में आई राजा की आएगी बारात से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था। उन्होंने कई हिट और चर्चित फिल्मों में अपने दौर के सभी बड़े कलाकारों के साथ काम किया।
- आमिर खान के साथ गुलाम और मंगल पांडेय
- शाह रुख खान के साथ कुछ कुछ होता है, चलते-चलते और वीर जारा
- सलमान खान के साथ चोरी चोरी चुपके चुपके और हर दिल जो प्यार करेगा
- बॉबी देओल के साथ बिच्छू
- गोविंदा के साथ प्यार दीवाना होता है
- ऋतिक रोशन के साथ मुझसे दोस्ती करोगी
- विवेक ओबेरॉय के साथ साथिया
- अजय देवगन के साथ चोरी चोरी
- अनिल कपूर के साथ नायक और कलकत्ता मेल
- अभिषेक बच्चन के साथ युवा
- सैफ अली खान के साथ हम तुम (सैफ को नेशनल अवॉर्ड मिला था)
- शाहिद कपूर के साथ दिल बोले हड़िप्पा
रानी अब मर्दानी 3 के साथ बड़े पर्दे पर लौटेंगी।