मुंबई। The Bengal Files: विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म द बंगाल चैप्टर कल शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है, मगर पश्चिम बंगाल के सिनेमाघर मालिकों ने इसे अपने यहां लगाने से इनकार कर दिया है। आरोप है कि राजनैतिक दबाव में थिएटर ओनर ऐसा कर रहे हैं।
अब फिल्म की निर्माता पल्लवी जोशी ने देश की राष्ट्रपति के नाम ओपन लेटर लिखकर अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने की अपील की है।
डायरेक्ट एक्शन डे की कहानी है The Bengal Files
विवेक ने गुरुवार को ओपन लेटर सोशल मीडिया में शेयर किया। इस लेटर में पल्लवी लिखती हैं- ”आदरणीय राष्ट्रपति महोदया, भारी दिल से मैं आपसे मदद नहीं बल्कि सुरक्षा मांग रही हूं। फाइल्स ट्रिलॉजी की आखिरी फिल्म द बंगा फाइल्स 5 सितम्बर को रिलीज हो रही है।
यह डायरेक्ट एक्शन डे के दौरान हिंदुओं के नरसंहार की छुपाई गई कहानी, नोआखली का आतंक और विभाजन का दर्द दिखाती है, लेकिन पश्चिम बंगाल में सच पर पहरा बैठा दिया गया है। फिल्म के पूरा होन से काफी वक्त पहले मुख्यमंत्री ने इसका उपहास किया था। तब से कई आधारहीन पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाई जा चुकी हैं।”
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पल्लवी आगे लिखती हैं- ”हमारे ट्रेलर को पुलिस ने रुकवा दिया। यहां तक कि अखबार भी हमारे विज्ञापन नहीं छाप रहे। एक राजनैतिक दल के कार्यकर्ता हमारे परिवार को धमका रहे हैं। अब थिएटर मालकों ने हमें बताया है कि सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें डरा रहे हैं और उन्होंने फिल्म दिखाने के इनकार कर दिया है।
फिल्म पर को आधिकारिक प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, लेकिन एक अनाधिकारिक प्रतिबंध ने फिल्म को खामोश कर दिया है। दिग्गज कलाकार पद्मभूषण विक्टर बनर्जी समेत कई देसी और विदेशी बंगाली संगठन पहले ही आपसे याचना कर चुके हैं, जो यह साबित करता है कि सच का साथ देने वाले आज भी मौजूद हैं।
‘हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा कीजिए‘
पल्लवी जोशी ने आगे लिखा- ”द बंगाल फाइल्स, मां भारती का रूदन, आहत मगर हताहत नहीं और जिंदा रहने और उम्मीद की कहानी है। एक ऐसी महिला, जो हाशिये से सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंची हैं, आप समझ सकती हैं कि दर्द को बर्दाश्त करना क्या होता है और इसे कैसे मकसद में बदला जाता है।
यह सच का सिनेमा है। लेकिन, सच को भी सुरक्षा की जरूरत होती है। मैडम प्रेसीडेंट, मैं अपनी फिल्म के लिए फेवर नहीं मांग रही, बल्कि कला, सच और मां भारती की रूह के लिए जगह मांग रही हूं, ताकि किसी डर के बिना बोल सकें। आप मेरी आखिरी उम्मीद हैं। कृपया, हमारे संवैधानिक हितों की रक्षा कीजिए, ताकि द बंगाल फाइल्स को पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक दिखाया जा सकते।
इससे पहले विवेक अग्निहोत्री ने 6 मिनट का वीडियो बनाकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से फिल्म को पश्चिम बंगाल में रिलीज होने देने की अपील की थी। द बंगाल चैप्टर की कहानी 1946 में मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग के आह्वान पर कोलकाता में हिंदुओं के कत्लेआम की कहानी दिखाती है।
फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, प्रियांशु चटर्जी, शाश्वत चटर्जी और पल्लवी जोशी प्रमुख किरदारों में हैं।