100% Tariff On Movies In USA: अमेरिका से बाहर बनने वाली फिल्मों पर लगेगा 100% टैरिफ, भारतीय फिल्म उद्योग पर कितना असर?

America tariff on Movies. Photo- Insragram

मुंबई। 100% Tariff On Movies In USA: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस बार सत्ता सम्भालने के बाद से ही टैरिफ वॉर छेड़ दिया है। ट्रम्प सरकार के टैरिफ लगाने का असर महीनों तक शेयर बाजारों में भी दिखता रहा है। इसको लेकर तमाम देशों ने अपनी-अपनी चिंताएं भी जाहिर की हैं।

ट्रम्प के टैरिफ की मार अब मनोरंजन उद्योग पर भी पड़ती दिख रही है। 4 मई को ट्रम्प ने अमेरिका से बाहर बनने वाली फिल्मों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा की है।

ट्रम्प की इस घोषणा के बाद से दुनियाभर के फिल्म उद्योगों में खलबली मच गई है। ट्रम्प के इस फैसले की प्रतिक्रिया अब भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में दिखने लगी है। आगे बढ़ने से पहले जानते हैं कि ट्रम्प ने 100 फीसदी टैरिफ क्यों लगाया है।

क्यों लगाया ट्रम्प ने टैरिफ?

डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय समयानुसार 5 मई को अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रुथ पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। उनके मुताबिक, अमेरिका में मरणासन्न मूवी इंडस्ट्री में जान फूंकने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया है। अपनी पोस्ट में ट्रम्प ने कहा- अमेरिका की मूवी इंडस्ट्री तेजी से खत्म हो रही है। दूसरे देश हमारे फिल्ममेकर्स और स्टूडियोज को अमेरिका से दूर खींचने के लिए तमाम तरह की छूट दे रहे हैं।

इससे हॉलीवुड, और अमेरिका के अन्य दूसरे इलाके तबाह हो रहे हैं। यह अन्य देशों की सोची-समझी कोशिश है, और इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। अन्य बातों के अलावा इससे दुष्प्रचार को बढ़ावा मिल रहा है।

इसलिए, मैं डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, और अमेरिका ट्रेड रिप्रेजेंटेटव को किसी भी देश से हमारे देश में आने वाली हर फिल्म पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अधिकृत करता हूं, जिनका निर्माण विदेशी भूमि पर किया जाएगा।

हम चाहते हैं कि फिल्मों का निर्माण दोबारा अमेरिका में ही होना शुरू हो जाए।

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ट्रम्प की इस घोषणा से यह तो साफ है कि अमेरिकी फिल्म कम्पनियां और स्टूडियोज अगर किसी बाहरी देश में फिल्म का निर्माण करते हैं और फिर उसे अमेरिका में रिलीज करते हैं तो उन्हें टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।

यह स्थिति उन फिल्मों के लिए साफ नहीं है, जिन्हें किसी गैर अमेरिकी फिल्म निर्माण कम्पनी ने अमेरिका से बाहर बनाया है। मिसाल के तौर पर, अगर कोई भारतीय निर्माता अपनी फिल्म अमेरिका में रिलीज करता है तो क्या उस पर भी उतना ही टैरिफ लगाया जाएगा, क्योंकि वो फिल्म अमेरिका में शूट नहीं की गई है।

अलबत्ता, अगर कोई अमेरिकी वितरक भारतीय फिल्म को अमेरिका में रिलीज करना चाहता है तो उस पर ट्रम्प का 100% टैरिफ लगाया जाएगा। ओटीटी को लेकर भी स्थिति अभी साफ नहीं है।

नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो जैसे अमेरिकी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स की उन अन्य भाषाओं की फिल्मों का क्या होगा, जिनका निर्माण अमेरिका से बाहर किया जा रहा है, मगर वो अमेरिका में भी देखी जाती हैं।

बहरहाल, तस्वीर का रुख साफ होते-होते अभी वक्त लगेगा, लेकिन इस पर बॉलीवुड की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं।

भारतीय फिल्म उद्योग के लिए जागने का समय- विवेक अग्निहोत्री

ट्रम्प की इस घोषणा (100% Tariff On Movies In USA) पर विवेक अग्निहोत्री ने लिखा- सावधान! ट्रम्प का 100 फीसदी मूवी टैरिफ भारतीय सिनेमा के लिए खतरा है। इसे समझाते हुए विवेक ने लिखा- ट्रम्प का मूवीज पर 100 फीसदी टैरिफ एक भयानक भूल है। अगर यह बेवकूफी जारी रही तो भारत की संघर्षरत फिल्म इंडस्ट्री पूरी तरह ढह जाएगी। इसे बचाने के लिए कोई नहीं बटेगा।

भारतीय फिल्म उद्योग के लीडर्स के लिए यह जागने का समय है। पैपराजी का पीछा करने और अपना महिमामंडन करने के बजाय इस खतरे से लड़ना चाहिए

तेलुगु फिल्मों का ओवरसीज बाजार होगा प्रभावित- महेश भट्ट

फिल्ममेकर महेश भट्ट ने कहा कि यह तो होना ही था। लेकिन, अब यह देखना बेहद जरूरी है कि इसका क्या असर पड़ेगा। क्या इसका असर स्ट्रीमिंग कंटेंट पर भी पड़ेगा? मैं जो समझ पाया हूं, वो यह है कि तेलुगु फिल्मों की वहां बहुत मांग है, और यह हर किसी को प्रभावित करेगा। जो वितरक पहले 100 रुपये देते थे, उन्हें अब 200 रुपये देने होंगे। इसलिए फिल्मों की संख्या कम हो जाएगी।

स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है- विक्रम भट्ट

विक्रम भट्ट ने कहा कि जहां तक हमारी बात है, बहुत कम फिल्में अमेरिका या ब्रिटेन जाती हैं, जो बड़े बजट वाली हैं। मंझले या कम बजट की फिल्मों के लिए ओवरसीज का बाजार नहीं है। इसके बाद सिर्फ बड़ी फिल्में ही वहां जा सकेंगी, क्योंकि थिएटर में फिल्म दिखाना वहां बहुत महंगा है।

मैं समझ नहीं पाया हूं कि यह हम पर किस तरह लागू होगा, क्योंकि हम तो अमेरिका में फिल्में शूट करते ही नहीं। इसलिए, हमारी फिल्मों पर टैरिफ लगाने का क्या औचित्य है।

अभी भले ही चीजें साफ नहीं हैं, मगर इतना जरूर है कि भविष्य में इस टैरिफ नीति (100% Tariff On Movies In USA) का असर दुनियाभर की फिल्म इंडस्ट्रीज पर पड़ने वाला है। इसके जवाब में दूसरे देश भी अमेरिकी फिल्मों पर टैरिफ लगा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो हॉलीवुड का फिल्मों का बाजार बुरी तरह प्रभावित होगा।