
फ़िल्म की प्रोमोशनल इवेंट में संध्या ने कहा- “एक दिन उन्होंने मुझे एक एक्सरसाइज दी, जिसमें उन्होंने हमें 16 साल की उम्र में अपने पिता को ख़त लिखने के लिए कहा। मैंने अपने पिता को 15 साल की उम्र में खो दिया था, और मेरे लिए ये नई स्थिति थी। मैंने ये एक्सरसाइज करने से इंकार कर दिया। लेकिन ज़ोर देने पर मुझे करना पड़ा, और मैंने अपने पिता की मृत्यु के कई साल बाद उन्हें ख़त लिखा। उस वर्कशॉप के बाद मेरी भावनाओं को जैसे मुक्ति मिल गई।”