मुंबई। Aneet Padda: भारत के पहले और सबसे बड़े मेकअप ब्रांड, द हाउस ऑफ लैक्मे ने सोमवार को अनीत पड्डा को अपने नए चेहरे के रूप में पेश किया। इस साझेदारी के साथ, लैक्मे अपना अगला अध्याय शुरू कर रहा है, जो सीधे जेन जी से संवाद करता है- एक ऐसी पीढ़ी, जो प्राकृतिक आभा, स्किनिफाइड फॉर्मूलाज और परफेक्शन से ज्यादा आत्म-अभिव्यक्ति के जरिए ब्यूटी को फिर से परिभाषित कर रही है।
लैक्मे की ब्रांड एम्बेस्डर बनीं अनीत
दशकों से लैक्मे भारतीय सौंदर्य संस्कृति को आकार देने में सबसे आगे रहा है। यह सिर्फ आइकॉन को सेलिब्रेट नहीं करता, बल्कि उन्हें बनाता भी है। अनीत के साथ, यह ब्रांड अपनी इस विरासत को आगे बढ़ा रहा है, एक नई आवाज को सामने लाकर जो युवा पीढ़ी के नए ब्यूटी कोड्स को दर्शाती है।

अनीत का फलसफा संतुलन पर आधारित है: मिनिमल का मतलब नो मेकअप नहीं है, बल्कि राइट मेकअप है। वह उस बदलाव का प्रतिनिधित्व करती हैं, जहा जनरेशन Z अब ब्यूटी को नकाब नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति का साधन मानती है। उनकी शैली प्राकृतिक आभा, हल्के सुधार और रचनात्मक प्रयोगों का उत्सव है, जो प्रामाणिक, पहनने योग्य और हमेशा थोड़ा सा एक्सपेरिमेंटल लगता है।
सुनंदा खेतान, वाइस प्रेसिडेंट लैक्मे, ने कहा- “लैक्मे हमेशा से टैलेंट पहचानने और ब्यूटी कन्वर्सेशन्स को आकार देने में आगे रहा है। अनीत के साथ, हम ब्यूटी के उस बदलते रूप को गले लगा रहे हैं जो हाई-कवरेज परफेक्शन से सहज, अभिव्यक्ति पूर्ण और आधुनिक मेकअप की ओर बढ़ रहा है, जैसा जनरेशन Z ब्यूटी को अनुभव करना चाहती है।”
मेकअप छिपाने के लिए नहीं होता
अनीत पड्डा ने अपनी खुशी जताते हुए कहा- “मेरे लिए मेकअप कभी छिपाने के बारे में नहीं रहा, यह हमेशा आपके असली रूप को दिखाने के बारे में है। मुझे वह मेकअप पसंद है, जो सहज हो लेकिन फिर भी एक स्टेटमेंट दे।
लैक्मे की फिलॉस्फी इसी संतुलन को दर्शाती है। मैं इस ब्रांड के साथ साझेदारी कर बेहद उत्साहित हूं, जो क्रिएटिविटी को प्रेरित करता है और औरतों को आत्मविश्वास से प्रयोग और अभिव्यक्ति करने के लिए प्रोत्साहित करता है।”
अनीत ने सैयारा से फीमेल लीड के तौर पर डेब्यू किया, जो इस साल की दूसरी सबसे सफल फिल्म बन चुकी है। पिछले दिनों फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हुई थी। अहान पांडेय ने इससे डेब्यू किया है।