वेब सीरीज: द बैड्स ऑफ बॉलीवुड (The Ba***ds Of Bollywood)
जॉनर: कॉमेडी ड्रामा स्पूफ
कलाकार: बॉबी देओल, लक्ष्य, सहर बंबा, मनोज पाहवा, राघव जुयाल, मोना सिंह, मनीष चौधरी, अन्या सिंह, विजयंत कोहली, गौतमी कपूर आदि।
निर्देशक: आर्यन खान
लेखक: आर्यन खान, बिलाल सिद्दीकी, मानव चौहान
निर्माता: गौरी खान
अवधि: 7 एपिसोड्स (39-56 मिनट)
वर्डिक्ट: *** (3 स्टार)
मनोज वशिष्ठ, मुंबई। The Bads Of Bollywood Review: द बैड्स ऑफ बॉलीवुड (The Ba***ds of Bollywood) नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई बहुप्रतीक्षित वेब सीरीज है, जो शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान की डायरेक्टोरियल डेब्यू है। यह सीरीज 18 सितंबर को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर आ चुकी है।
आर्यन खान ने बॉलीवुड की चकाचौंध भरी दुनिया पर एक तीखा व्यंग्य किया है, जिसमें नेपोटिज्म, स्टारडम की अंधी दौड़ और इंडस्ट्री के ऐसे राजों पर तंज कसा गया है, जिनकी सच्चाई की कभी पुष्टि नहीं होती, मगर गॉसिप गलियारों में गूंजते रहते हैं।
द बैड्स ऑफ बॉलीवुड जैसी सीरीजों को क्रिएट करना आसान भी है और मुश्किल भी। आसान इसलिए, क्योंकि आर्यन ने द बैड्स ऑफ बॉलीवुड में उस दुनिया को क्रिएट किया है, जो वो बचपन से देखते आये हैं और जिसका हिस्सा रहे हैं। यह कुछ ऐसी बात हुई कि मैं अपने जीवन की घटनाओं और अनुभवों को जोड़कर स्क्रीनप्ले लिख दूं।
मुश्किल इसलिए, क्योंकि बॉलीवुड की ऊपर से चमचमाती दिखने वाले दुनिया अंदर कालिख से भरी है और उस कालिख का हिस्सा होने के बावजूद उसे स्वीकार करते हुए पर्दे पर दिखाना आसान नहीं होता। आर्यन ने इसे कहने में साहस दिखाया है।
‘द बैड्स ऑफ बॉलीवुड’, फिल्म इंडस्ट्री पर अतिरेकता में लिपटा एक दिलचस्प सैटायरिकल स्पूफ है, जिसके मुंहफट, बेबाक और बेपरवाह अतरंगी किरदार इसकी सबसे बड़ी खूबी हैं। फिल्मों और सीरीजों के माध्यम से बॉलीवुड की कभी मजाकिया तो तभी संजीदा कहानी कई बार दिखाई गई है, मगर इतनी ‘रोस्टिंग’ पहली बार हुई है।
यह भी पढ़ें: OTT Releases (15-21 September): इस हफ्ते आर्यन खान का ओटीटी डेब्यू और काजोल का कमबैक
उभरते हुए आउटसाइडर स्टार की कहानी
दिल्ली के लाजपत नगर के मिडिल क्लास परिवार का लड़का आसमान सिंह (लक्ष्य) बॉलीवुड में उभरता हुआ आउटसाइडर है। सोडावाला प्रोडक्शंस ने उसे रिवॉल्वर फिल्म से लॉन्च किया, जो हिट रही। कर्जे में डूबे प्रोडक्शन हाउस का शातिर मालिक फ्रेडी सोडावाला (मनीष चौधरी)आसमान सिंह को इमोशनल करके तीन फिल्मों के लिए अनुबंधित करता है।
आसमान की मैनेजर सान्या (अन्या सिंह) उसे रोकती है, मगर आसमान उसकी बातों में आ जाता है। उधर, बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार अजय तलवार (बॉबी देओल) की बेटी करिश्मा (सहर बंबा) को करण जौहर का धर्मा प्रोडक्शंस लॉन्च कर रहा है।
उसके अपोजिट कास्ट होने वाला बॉलीवुड एक्टर ड्रग्स केस में अंदर चला जाता है तो सान्या की पिच के कारण मौका आसमान को मिल जाता है, मगर अजय तलवार को यह बाद पसंद नहीं आती कि करिश्मा आसमान सिंह के साथ करियर शुरू करे।
बस यहीं से आसमान और अजय तलवार के बीच साजिशों का माइंड गेम शुरू होता है। हालांकि, आसमान के प्रति अजय तलवार की नफरत के पीछे उसका अतीत है, जो सीरीज का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट या ट्विस्ट भी है और सीरीज के टाइटल को जस्टिफाइ करने की वजह भी। इस ट्विस्ट के बाद सीरीज में कोई विलेन नहीं रहता।

आर्यन की कुछ अपनी जिंदगी, कुछ ‘ओम शांति ओम’
बिलाल सिद्दीकी और मानव चौहान के साथ मिलकर आर्यन ने कथा-पटकथा और संवाद लिखे हैं। स्क्रीनप्ले जिस तरह लिखा गया है, उससे शाह रुख खान की फिल्म ओम शांति ओम की याद आ जाती है। फराह खान निर्देशित उस फिल्म में सत्तर के दौर के सिनेमा पर स्पूफ दिखाये गये थे।
द बैड्स ऑफ बॉलीवुड में आज के बॉलीवुड, सेलिब्रिटीज और स्टार किड्स को लेकर स्पूफ हैं। खास बात यह है कि अतरंगी स्क्रीनप्ले में आर्यन ने उन बातों और अनुभवों को भी शामिल किया है, जो अक्सर सितारोंं और स्टार किड्स के बारे में की जाती हैं और इसे दिखाने में जरा भी हिचक नहीं दिखाई है।
पहले सीन से ही इसकी शुरुआत हो जाती है, जब एक बॉडी डबल के स्टंट करते हुए जख्मी होने के बाद निर्माता को परवाह इस बात की है कि शूट समय पर पूरा होना चाहिए।
अपने ड्रग्स केस में चर्चित हुए एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े पर स्पूफ है, जो ड्रग्स के खिलाफ मुहिम के लिए बस बॉलीवुड सेलिब्रिटीज को पकड़ता है। खुद आर्यन ने अपने ऊपर भी कमेंट किया है, जब अवॉर्ड्स के रेड कार्पेट पर महीप कपूर बेटी शनाया से कहती हैं- स्माइल। डोंट बिहेव लाइक आर्यन।

एक राउंडटेबल इंटरव्यू में सिद्धांत चतुर्वेदी और अनन्या पांडेय के बीच नेपोटिज्म को लेकर वायरल हुई बातचीत भी स्क्रीनप्ले का हिस्सा है, जिसे आसमान सिंह और करिश्मा के जरिए दिखाया गया है।
करण जौहर खुद को मूवी माफिया कहते हैं। सलमान खान को बनावटी फिल्मी पार्टियां बोरिंग लगती हैं और पिता बनने से उन्हें परहेज है। आमिर खान और एसएस राजामौली के बीच वड़ा पाव और इडली सांभर को लेकर चलने वाली बहस बॉलीवुड सेलिब्रिटीज के फेक इंटेलेक्चुअल पर तंज कसती है।
मनोज पाहवा का किरदार जब अनजाने में शाह रुख खान को घंटे का बादशाह कहता है तो दर्शक समझ जाता है कि आर्यन किसी को बख्शने के मूड में नहीं हैं। अंडरवर्ल्ड डॉन गफूर भाई बने अरशद वारसी को शाह रुख की फिल्म रईस वाला लुक दिया गया है, जो बेहद मजेदार लगता है।
ऐसे ही तमाम स्पूफों और कैमियो (आमिर खान, राजामौली, सलमान खान, रणवीर सिंह, राजकुमार राव, अर्जुन कपूर, सिद्धांत चतुर्वेदी, शनाया कपूर, दिशा पाटनी, रणबीर कपूर) के चलते सीरीज में दिलचस्पी बनी रहती है।

अभिनय ने संवारी सीरीज
सीरीज की कास्टिंग परफेक्ट है। बॉबी देओल अपने लुक और भाव-भंगिमाओं से बॉलीवुड के दंभी और स्वैग से भरे सुपरस्टार की फील देते हैं। नवोदित कलाकार आसमान सिंह के रोल में लक्ष्य ने बेहतरीन काम किया है। पूरी सीरीज को वो अपने कंधों पर कैरी करने में सफल रहे हैं।
अजय तलवार की बेटी और आसमान सिंह की प्रेमिका करिश्मा तलवार के रोल में सहर बंबा ने अच्छा काम किया है। आसमान के दोस्त परवेज के किरदार में राघव जुयाल ने भरपूर साथ दिया है। इमरान हाशमी के साथ उनकी मुलाकात का सीन इस सीरीज की हाइलाइट है।
जिस तरह से मर्डर फिल्म का गाना गाकर अपने मसीहा इमरान हाशमी को वो देखते हैं, वो सीन कमाल का है। आसमान की मैनेजर सान्या के रोल में अन्या सिंह परफेक्ट लगी हैं। आसमान सिंह की मां और कभी बैकग्राउंड डांसर रही नीता के किरदार में मोना सिंह ने अपना पूरा योगदान दिया है।
सालों से संघर्षरत सिंगर और आसमान के चाचा अवतार सिंह के रोल में मनोज पाहवा का अभिनय सीरीज की रवानगी बनाये रखता है। अन्य कलाकारों में करण जौहर, मनीष चौधरी, रजत बेदी, सभी ने अपने किरदारों के साथ न्याय किया है।

आर्यन ने होमग्राउंड पर लगाया है सिक्सर
आर्यन के निर्देशन की बात करें तो उन्होंने हिंदी फिल्मों का मसाला स्टाइल अपनाया है, जहां सब कुछ ओवर-द-टॉप करना है। हालांकि, स्पूफ होने के बादजूद सीरीज में भावनात्मक दृश्यों को काफी स्पेस दिया गया है। आसमान का पिता से रिश्ता, आसमान और परवेज की दोस्ती, आसमान का चाचा के साथ दोस्ताना रिलेशन, मैनेजर सान्या के साथ उसके संबंध के जरिए इमोशंस को परवान चढ़ाया है।
द बैड्स ऑफ बॉलीवुड, आर्यन खान के लिए होमग्राउंड पिच की तरह है, जहां वो आराम से चौके-छक्के लगा सकते हैं। उनका असली इम्तिहान तो तब शुरू होगा, जब वो किसी अन्य विषय पर फिल्म या सीरीज लेकर आते हैं। लेकिन, फिलहाल शुरुआत अच्छी रही है।