Bollywood After Sushant Singh Rajput: सुशांत के निधन ने बदल दी फिल्म इंडस्ट्री? 5 सालों में आये ये 5 बड़े बदलाव

Has Film Industry Changed after Sushtant Singh Rajput Death. Photo- Instagram

मनोज वशिष्ठ, मुंबई। Bollywood After Sushant Singh Rajput: पैनडेमिक धीरे-धीरे पांव पसार रहा था। देश बंद हो रहा था। लॉकडाउन का असर दूसरे व्यवसायों की तरह फिल्म इंडस्ट्री पर भी हो रहा था। क्या आम, क्या खास… सभी एक अजब मानसिक कशमकश से गुजर रहे थे।

अनिश्चितता के उस डरावने माहौल में एक रविवार को भयावह खबर आती है- अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत नहीं रहे। बेयकीनी, हैरानी, ऐसा कैसे हो सकता है, चेक कर लो-खबर गलत होगी।

अफसोस! खबर झूठी नहीं थी। सुशांत दुनिया को छोड़कर चले गये थे। मगर, जिस तरह गये थे, वो उनके लाखों फैंस, दोस्तों, करीबियों, परिजनों और उनकी फिल्मों के दर्शकों के लिए जज्ब करना आसान नहीं था।

पवित्र रिश्ता से अभिनय में उतरने वाले सुशांत ने छोटे पर्दे के जरिए अपने लिए एक बड़ी फैन फॉलोइंग बना ली थी। जब वो फिल्मों में आये तो कारोबारी लिहाज से मामला नरम-गरम रहा, मगर अपने सितारे के लिए फैंस की गर्मजोशी कम नहीं हुई।

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इसका अंदाजा उनकी आकस्मिक मृत्यु के बाद होता है। सोशल मीडिया ने किसी सितारे के लए इतनी सरगर्मी शायद ही पहले कभी देखी हो। दुख, अवसाद, छटपटाहट, खोने का गम… शुरुआती भावनाओं का ज्वार धीरे-धीरे गुस्सा, आक्रोश, नफरत की ज्वाला में बदलने लगा।

चैनलों की गैरजिम्मेदाराना रिपोर्टिंग ने इस नफरत और आक्रोश को और हवा दी। इस आक्रोश की बिजली गिरी फिल्म इंडस्ट्री पर… मगर, यह तात्कालिक नहीं था। इसका इंडस्ट्री पर बड़ा और लम्बा असर पड़ा। सुशांत के जाने के बाद इंडस्ट्री पहले जैसी नहीं रही।

पैनडेमिक ने जहां फिल्म कारोबार के तौर-तरीकों और फिल्मों की च्वाइस पर असर डाला तो सुशांत की मौत ने सितारों और सेलिब्रिटीज को लेकर दर्शकों का पैमाना बदल दिया। प्रेम घटा, नफरत बढ़ी। सम्मान घटा, अपमान बढ़ा।

पिछले 5 सालों में फिल्म इंडस्ट्री के डायनामिक्स काफी बदले हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले लोग इसे महसूस कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि इंडस्ट्री में क्या बदला (Bollywood After Sushant Singh Rajput) है?

नेपोटिज्म पर बहस तेज

सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत की एक पोस्ट ने इसे नेपोटिज्म का एंगल दे दिया। इंडस्ट्री में इनसाइडर्स और आउटसाइडर्स की बहस छिड़ गई। करण जौहर, सलमान खान जैसे सेलिब्रिटीज पर आरोप लगे। सोशल मीडिया में ऐसे तमाम सेलिब्रिटीज के प्रति नफरत फैलने लगी, जो किसी ना किसी तरह सुशांत के सम्पर्क में आये। उनकी फिल्मों की असफलता को इससे जोड़ा गया।

किसी सितारे के साथ पुरानी तस्वीर या वीडियो के आधार पर सोशल मीडिया में रायशुमारी होने लगी। इसका असर यह हुआ कि फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भजीजावाद या नेपोटिज्म की बहस ने स्थायी रूप ले लिया, जो पहले गाहेबगाहे होती थी।

इस बहस का शिकार इस दौरान डेब्यू करने वाला हर स्टार किड हुआ। हालांकि, कुछ अपवाद भी हैं। मगर, व्यापक रूप से देखा जाए तो अब स्टार किड्स के लिए आम जनता में वो उत्सुकता नहीं रहती, जो एक जमाने में होती थी।

आउटसाइडर्स के प्रति सहानुभूति

सुशांत सिंह राजपूत ने आइआइटी ड्रॉप करके मनोरंजन की दुनिया का रुख किया था। वो पूरी तरह आउटसाइडर थे, जिसका कोई गॉडफादर पहले से इंडस्ट्री में नहीं था। शुरुआत भी छोटे पर्दे से हुई। मगर, वक्त के साथ सुशांत का कद और चाहने वाले, दोनों बढ़ते गये।

उनकी यह कामयाबी उन लोगों के लिए एक उम्मीद थी, जो फिल्मों में करियर बनाने का ख्वाब आंखों में लेकर मुंबई पहुंचते हैं। सुशांत के निधन के बाद ऐसे कलाकारों के लिए जनता की सहानुभूति बढ़ी, जो किसी फिल्मी परिवार से नहीं आते और संघर्ष के बाद किसी मुकाम पर पहुंचे हैं। नेपोटिज्म के प्रति नफरत और आउटसाइडर्स के प्रति सहानुभूति का असर कास्टिंग पर भी देखने को मिला। हालांकि, यह अभी भी उतना नहीं है, जितना होना चाहिए, फिर भी उम्मीद बढ़ी है।

बढ़ा बायकॉट का चलन

सुशांत के निधन के बाद कथित तौर पर उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए सोशल मीडिया में एकाउंट्स की बाढ़ आ गई। अभिनेता के नाम पर जस्टिस एकाउंट्स बने। कई यू-ट्यूब चैनल्स बने। यू-ट्यूबर्स की एक नई जमात बनकर खड़ी हो गई, जो सिर्फ सुशांत की आढ़ में अपना एजेंडा आगे बढ़ाने लगे।

तकरीबन हर रोज बायकॉट के ट्रेंड चलाये जाने लगे थे। एक्स (ट्विटर) पर कभी-कभी ऐसा होता था कि एक साथ 4-5 ट्रेंड्स बॉलीवुड के खिलाफ हों। धीरे-धीरे इसका सामान्यीकरण हो गया और सोशल मीडिया में किसी खास अभिनेता या निर्माता की फिल्म की रिलीज करीब आते ही बायकॉट अभियान शुरू होने लगे।

यह प्रैक्टिस आज भी जारी है। अलग-अलग वजहों से फिल्मों के खिलाफ सोशल मीडिया में बायकॉट ट्रेंड बढ़ा है। इतने बड़े स्तर पर बायकॉट अभियानों की शुरुआत सुशांत के निधन के बाद ही हुई है।

घटा सितारों के प्रति मोह

सुशांत सिंह राजपूत के निधन से उपजे क्षोभ ने फैंस के दिलों में कुछ खास सितारों के प्रति नफरत को जन्म दिया। सितारों के प्रति जो सम्मान और मोह होता था, उसमें काफी गिरावट आई। फिल्मी सितारों के लिए एक उत्सुकता तो रहती है, मगर उनके प्रति पहले जैसा सम्मान कम देखने को मिलता है। इसका अंदाजा सोशल मीडिया में किसी भी सितारे के लिए कमेंट्स और पोस्टों से हो जाता है। हालांकि, फैन क्लब अपने-अपने सितारे को डिफेंड करने में जुटे रहते हैं।

सोशल मीडिया में ट्रोलिंग बढ़ी

सुशांत के केस के बाद फिल्म इंडस्ट्री को लेकर जो अविश्वास का माहौल बना (Bollywood After Sushant Singh Rajput), उसने ट्रोलिंग को जमकर हवा दी। इसके चलते कई सेलिब्रिटीज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से दूरी बनाना शुरू किया। ट्रोलिंग पहले भी होती थी, मगर सुशांत के केस के बाद लोगों के मन में इंडस्ट्री को लेकर जो धारणा बनी, उसकी झलक अक्सर ट्रोलिंग करने वाली पोस्ट्स में नजर आती है।

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धारणा मिटना आसान नहीं होता। समय के साथ यह धुंधली पड़ जाती हैं, मगर मिटती नहीं। फिल्म इंडस्ट्री ऐसा कारोबार है, जो काफी हद तक धारणा पर टिका होता है और धारणा बनाने और बदलने में सालों लग जाते हैं।