Skip to content
मुंबई: कुणाल खेमू ने ‘गुड्डू की गन’ में काम तो कर लिया, लेकिन अब इस फ़िल्म को प्रोमोट करना उनके लिए थोड़ा मुश्किल हो रहा है। प्रोमोशंस के दौरान जब उनसे पूछा जाता है, कि गन क्या है, तो स्थित थोड़ी असहज हो जाती है।
‘गुड्डू की गन’ के बारे में बात करते हुए कुणाल को ये साफ़ करना पड़ रहा है, कि इस फ़िल्म को अश्लील ना समझा जाए। हाल ही में एक इंटरव्यू में कुणाल ने कहा- “इसका सिर्फ़ कांसेप्ट एडल्ट है।
कुछ लोग इसे सेक्स कॉमेडी कह रहे हैं, तो हमने कहा सेक्स कॉमेडी नहीं यूनिसेक्स कॉमेडी है। इसका कांसेप्ट एक लड़के की गन के बारे में है, तो इसे एडल्ट कहा जा सकता है।”
कुणाल ने आगे कहा, कि पहली बार इस फ़िल्म में औरतों के ख़िलाफ़ कोई डायलॉग नहीं है। जैसा लोग समझ रहे हैं, उस तरह के द्विअर्थी डायलॉग नहीं हैं।”
उम्मीद है, कि दर्शकों को भी कुणाल की ये बात समझ में आएगी, और ‘गुड्डू की गन’ से कोई मिसफायर नहीं होगा।